स्तम्भन मंत्र : ॐ बं बं बं हं ह्रीं घ्रां ठ: ठ: ।
ग्यारह हजार बार जपें ।मंगलबार को निगोही का बीज लेकर इकतीस बार मंत्र पढ़े जिस पर फेंके बही स्तम्भित हो जाए ।
@ मंत्र : ॐ नम: भगबते रुद्राय जलं स्तम्भय स्तम्भय ठ: ठ: स्वाहा ।
कमल को महीन पीसकर स्तम्भन मंत्र तंत्र (Stambhan Mantra Tantra) 11 बार पढ़कर जल में छोड़ें तो जल स्तम्भित हो जाता है ।
@ लिसौड़े का चूर्ण बनाकर निम्नलिखित मंत्र ... https://www.aghortantra.com/stambhan-mantra-tantra/