सा भूतिनी कुण्डलधारिणी च सिन्दूरिणी चाप्यथ हारिणी च ।
नटी तथा चातिनटी च चैटी कामेश्वरी चापि कुमारिका च ॥
भूतिनी यक्षिणी (Bhootni Yakshini) बहुत रुप धारण कर लेती है , जैसे कुण्डल धारण करने वाली , सिन्दूर धारण करने वाली , हार पहनने वाली , नाचने वाली , अत्यन्त नृत्य करने वाली , चेटी , कामेश्वरी और कुमारी आदि रुपों में आती हैं । https://www.aghortantra.com/bhootni-yakshini/