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Shamshan Yakshini Siddhi Sadhana

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इस मंत्र की साधना श्मशान भूमि पर की जाती है । साधक रात्रि के समय निर्बस्त्र होकर चिता के पास बैठ कर की जाती है । यह साधना अमाबस्या की रात्रि 12 बजे आरम्भ करें । नित्य निशिचत संख्या मे उपरोक्त मंत्र का जाप करें तथा चार लाख की संख्या मे जप पूर्ण करें । फिर मंत्र का दशांश हबन करें तो श्मशान यक्षिणी प्रसन्न होकर साधक को दिब्य रसायन प्रदान करती है । जिससे साधक अदृश्य होकर पृथ्बी पर बिचरण क... https://www.aghortantra.com/shamshan-yakshini/

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