काली आकर्षण मंत्र (Kaali Aakarshan Mantra) (१) : क्रीं दक्षिणकालिके क्रीं स्वाहा।
देबी के एक हाथ में रक्तबर्ण अंकुश तथा दुसरे हाथ में शुल का ध्यान करें ।
२) हुं हुं ह्रीं ह्रीं क्रीं क्रीं स्वाहा।
यह उत्तम बशीकरण सब को बशीकरण करने बाला है ।
नाग यज्ञोपबीत, मस्तक पर जटाजूट ब चन्द्र धारण किये हुये महाकाल के समीप स्थित है ।
(२) काली हृदय मंत्र : ॐ ह्रीं क्रीं मे स्वाहा ।
बिनियोग ... https://www.aghortantra.com/kaali-aakarshan-mantra/