दुर्गा उच्चाटन मंत्र :
“ह्रीं हतशेषं तत: सैन्यं दृष्ट्बा चंण्ड निपातितम् ।
मुण्ड च सुमहाबीर्य दिशो भेजे भयातुरम् ह्रीं ।।”
1. उपर्युक्त दुर्गा उच्चाटन मंत्र (Shri Durga Saptshati Ucchatan Mantra) का जप, गोधूलि बेला, रुद्राक्ष की माला से ग्यारह माला की संख्या में करके एक माला दुर्गा उच्चाटन मंत्र का हबन काली राई से चौकोर कुण्ड में करें । समिधा कोई भी जो उपलब्ध हो प्रयोग करें । इ... https://www.aghortantra.com/shri-durga-saptshati-ucchatan-mantra/