मंत्र : “ॐ नमो बीर तो हनुमंत बीर ,भूरि मूठी चलाबै तीर ।
मैं की रुख नाखी तोडी, लोहु सोखि । मेरा बैरी तेरा भक्षीह ,तोडी
कलेजा चाख । सब धर्म की हाथई बजे धर्म की लाल में, बालि
तुम्हारे कहाँ गए । भूरे बाल उलटि पछाड, पछाड़े तो माता अंजनी
की आन । शव्द साँचा पिंड काँचा । फुरे मंत्र ईश्वरो बाचा ।।” https://www.aghortantra.com/muth-marne-hetu-mantra/