इसकी ऐसी मानता है कि पंचक में मृत्यु होने पर ५ बन्धु जनों की मृत्यु होती है । अत: किसी की मृत्यु के पश्चात् अगर पंचक है तो शेष पंचकों की संख्या के अनुसार पुतले बना कर जला देने चाहिएं ।
2. अगर किसी के पंचकों में कन्या होती है तो शेष पंचकों की संख्या के अनुसार कन्या की पुतली बनाकर झोली में डाल झुला दें और नामकरण के दिन उनको कोई नाम न देकर उन्हें पीपल के समीप भूमि में गाडकर पत्थर रख ... https://www.aghortantra.com/panchk-bichaar/