किसी भी पूर्णिमा से इस साधना की शुरुआत कर सकते है, यक्षिणी साधना के नियम का पालन करते हुए बट बृख्य के निचे लगातार एक महीने हर रोज एक माला का जाप करे और मीठे भोजन का भोग अर्पण करे, ऐसा एक महीने तक नियम से करने पर यक्षिणी देबी खुद आपके पास से भोजन ग्रहण करती है और आपको बर देती है, बर दान के अन्तर्गत यक्षिणी साधक को त्रिकाल यानि भूत बर्तमान और भबिष्य दर्शन की बात बताने का बचन देती है । https://www.aghortantra.com/bidhujjhivaa-yakshini/