किसी भी साधना का आधार पूर्ण विश्वास होता है । यदि संशय के भाव के साथ कोई भी कार्य किया जाये तो उसकी सफलता भी संशयपूर्ण बन जाती है । किसी भी साधना को करने से पूर्व अपने अंतर्मन में वह अडिग विश्वास उत्पन्न कीजिए, जो भक्ति को बल प्रदान करने वाला और अडिग हो, क्योंकि बिना विश्वास के कोई भी कार्य सफल नहीं हो सकता है । यह बात कहनी इसलिए आवश्यक है, क्योंकि यक्षिणी साधना (Yakshinee Sadhana) से... https://www.aghortantra.com/yakshinee-sadhana/