मंत्र : ओम कारो कलुआ कारी रात जा बैठ बैरी की खाट मारो बैरी करो बैरनी रांड, आगूं लकडी पाछूं, खाट ओदी तोदी लकडी बार धुआं देखकर घर आब हाथ में जी लै आब गुरु के पास, मेरी भगत गुरु की शक्त अब देखो बाबा अजैपाल पूजा लै ना जाय तो बहन भानजी की आन ।खटोला न मुकरै ।। https://www.aghortantra.com/muth-chalane-hetu-mantra/