होली की रात्रि /नवरात्रि /ग्रहण काल में यदि इस मन्त्र का ७ माला जप दक्षिण की और मुह करके कर लिया जाये तो ये मन्त्र पूरी तरह से सिद्ध हो जाता है, फिर जब भी आवशयकता हो सूखी हुयी ढाक (पलास,पाकड़) की लकडियाँ ले आये और आक के १०८ ताजे पत्तों पर निम्न लिखित मन्त्र जिसे आपने सिद्ध किया है लिख ले और अमुक और अमुकी की जगह उन व्यक्तियों का नाम लिखे जिनके मध्य झगडा करवाना हो । और आधी रात के समय एक... https://www.aghortantra.com/vidveshan-tantra-prayog/