तंत्र कोई अलौकिक शक्ति ही नहीं है बरन् एक शुद्ध बिज्ञान भी है ! तंत्र का कार्य देखकर जनसाधारण आश्चर्यचकित हो जाते है और उनका यह भ्रम बढ़ जाता है कि यह कोई अलौकिक शक्ति है जिसे ब्यक्ति केबल कठोर साधना के बल पर ही प्राप्त कर सकता है ! इस भ्रम को स्वयं तांत्रिकों द्वारा ही बढ्बा दिया जाता है ! इसमें उनका दोष नहीं है ! उनको भी गुरु अथबा ग्रंथों द्वारा मिली साधना में छिपे ज्ञान -बिज्ञान का ... https://www.aghortantra.com/aghor-uchatan-mantra/