सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर सिंदूर को एक चांदी की डिब्बी में रखकर मंत्र का १०८ बार उच्चारण करना चाहिए और तत्पश्चात एक चुटकी सिंदूर लेकर मंत्र जाप करके गांगाजल केसर चंदन मिलाकर मस्तक में तिलक करना चाहिए को करने से किसी भी स्त्री या पुरुष को अपने वश में कर सकते हैं तथा उसके द्वारा अपने समस्त कार्य करा सकते हैं यह जब क्रिया शुक्रवार को प्रारंभ करनी चाहिए तथ... https://www.aghortantra.com/kamiya-sindur/